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कोरोना संक्रमण की रोकथाम में भाजपा कार्यकर्ताओं की भूमिका पर परिचर्चा का आयोजन।

कोरोना संक्रमण

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कोरोना संक्रमण की रोकथाम में भाजपा कार्यकर्ताओं की भूमिका पर परिचर्चा का आयोजन।

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष संजय जयसवाल, ऐम्स के डीन डॉ. उमेश भदानी रहे मुख्य वक्ता, पूर्व एएसजे, पटना हाई कोर्ट एस डी संजय ने की अध्यक्षता।

पटना। वैश्विक महामारी कोरोना के संकट के बीच शनिवार को पूर्वाह्न ग्यारह बजे कोरोना की तीसरी लहर, भाजपा कार्यकर्ताओं की भूमिका व जिलों और पंचायतों में कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिये बिहार सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों पर एक अति महत्वपूर्ण वर्चुअल परिचर्चा का आयोजन किया गया। परिचर्चा में मुख्य वक्ता के रूप भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद संजय जायसवाल, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, पटना एम्स के डीन डॉक्टर उमेश भदानी व पटना हाई कोर्ट में भारत सरकार के पूर्व एडिशनल सॉलिसिटर जनरल सह वरिष्ठ भाजपा नेता एस डी संजय ने अपने अपने अहम सुझाव व सलाह दिए। प्रारंभ में, परिचर्चा में विषय वस्तु रखते हुए वरीय अधिवक्ता एस डी संजय ने अपने संबोधन में कहा कि कोरोना काल मे कुछ लोगों के बीच जो निराशाजनक भाव आ गए हैं, वैसे लोगों को जागरूक और प्रेरित कर सकारात्मक पहल करने की जरूरत है, ताकि ज्यादा लोग प्रभावित न हों। आगे उन्होंने कहा कि सरकार का आलोचना करना बहुत ही आसान है किंतु यदि अचानक कोई संकट आ जाता है तो पूरी व्यवस्था चरमरा जाती है और ऐसी स्थिति में दुनिया में किसी की बस की बात नहीं है कि तत्काल पूरी व्यवस्था को सामान्य कर दे। वर्तमान में इजरायल की घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि, जब किसी ने वहाँ के विपक्ष के नेता से पूछा तो वे बोले जी राष्ट्रीय मुद्दों पर हम सब आपस मे एक हैं, राष्ट्र हित सर्वोपरि है। परिचर्चा में भाग लेते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि मास्क के इस्तेमाल के लिए एक अभियान चलाया जाना चाहिए क्योंकि यदि हम सही ढंग से मास्क का उपयोग करते हैं, हांथ धोते हैं और सामाजिक दूरी का पालन करते हैं तो कोरोना के कहते से बहुत हद तक टाला जा सकता है। उन्होंने उम्मीद जताया कि शायद लॉक डाउन के बाद ऐसी नौबत नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अपने सगे संबंधियों व मित्रों के बीच उठने बैठने के दौरान मास्क का उपयोग यह समझ कर नहीं करते हैं कि सामने वाला व्यक्ति तो स्वस्थ दिख रहा है, जबकि कोरोना के लक्षण शुरुआत में न दिखकर पांच छह दिनों बाद दिखता है। श्री जायसवाल ने राजस्थान समेत कुछ राज्यों में बड़े पैमाने पर कोरोना के टीके के बरबाद होने पर चिंता जताई।

उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग बेवजह ही हो हंगामा करते रहते हैं कि कोरोना का टीका विदेशों में भेजा जा रहा है, जबकि ऐसा समझौता के तहत किया जाता है क्योंकि कुछ टीकों का निर्माण विदेशी तकनीक पर आधारित होता है।इस अवसर पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि अन्य राज्यों की अपेक्षा बिहार में कोरोना का प्रभाव कम है। बिहार सक्रिय केस के मामले में देश में 16 वें स्थान पर है और आज की तारीख में पचास हजार से नीचे एक्टिव केस है। पिछले 25 दिनों में पॉजिटिविटी रेट 16 से 4 फीसदी पर आ गया है। उन्होंने कहा कि एक समय जमशेदपुर और बोकारो से 16 मैट्रिक टन ऑक्सिजन आया करता था, जबकि अब 210 मैट्रिक टन ट्रांसपोर्ट करना पड़ा। एक भी दिन गैस की कमी नहीं हुई है और न हीं ऑक्सिजन की कमी से कोई दुर्घटना घटी है। रेमडेसीवीर इंजेक्शन के 50000 वायल उपलब्ध हैं। उन्होंने ब्लैक फंगस की दवा के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि बिहार पहला राज्य है, जहाँ की इसकी दवा अस्पताल में उपलब्ध है। उन्होंने आगे कहा कि एक वर्ष में 600 के करीब वेंटिलेटर पी एम केअर फण्ड से आया है। आज की तिथि में 1100 वेंटिलेटर उपलब्ध है। कुछ वेंटिलेटर निजी अस्पतालों में भी है। उन्होंने कहा कि जो भी थोड़ी बहुत कोरोना के टीके की कमी है वो भी जुलाई महीने के बाद दूर हो जाएगी। उन्होंने इस बात की चर्चा करते हुए कहा कि कही भी किसी के घर में बेड लगा देने भर से अस्पताल नहीं बन जाता है। अस्पताल के कुछ तय मानक होते हैं। उन्होंने बहुत ही सरल लहजे में कहा कि अभी की स्थिति में घर में भी मास्क के सेवन करने में कोई बुराई नहीं है।परिचर्चा को संबोधित करते हुए डॉ उमेश भदानी ने कहा कि कोरोना लहर के पहले फेज में एक व्यक्ति किसी एक को प्रभावित कर रहा था और दूसरे फेज में एक संक्रमित व्यक्ति पूरे परिवार को संक्रमित कर रहा है।

उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण समेत किसी भी बीमारी का इलाज करना एक बात है, लेकिन हमें पूरा प्रयास ये करना चाहिए कि कोई घटना ही नहीं घटे ताकि अस्पताल जाने की जरूरत ही न हो। अतः छींकने और खांसने वक्त सावधानी बरतें, मास्क का उपयोग करें, हांथ साफ रखें व सामाजिक दूरी बनाए रखने का पालन करें। योग और एक्सरसाइज करें। पौष्टिक आहार लें। कोरोना का टीका जरूर लगवाएं। कोरोना के लक्षण दिखाई दे तो घबराएं नहीं, जांच करवाएं और सही इलाज करवाएं। 80 फीसदी लोगों में हल्का लक्षण दिखाई पड़ता है, जिन्हें डॉक्टर के सलाह के अनुसार होम क्वारंटाइन में रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि 4 से 6 सप्ताह बीच कर कोरोना का दूसरा कोवैक्सीन टीका लिया जा सकता है। उसी प्रकार से 12 से 16 सप्ताह के अंतर के बाद कोविशिल्ड का दूसरा टीका लिया जाना चाहिए। डॉ के सलाह के अनुसार गर्भवती महिलाओं को भी कोरोना का टीका दिया जा सकता है। कैंसर के मरीज को कोरोना का टीका नहीं दिया जाना चाहिए। ऑक्सिजन की 95 फीसदी से ऊपर होने की स्थिति में घबराने की जरूरत नहीं है। 95 फीसदी से ऑक्सिजन नीचे होने की स्थिति में ही अस्पताल जाने की जरूरत है। और यदि ऑक्सीजन का स्तर 92 फीसदी से कम हो तो तुरंत अस्पताल ले जाना चाहिए।

बगैर उचित सलाह के स्टेरॉयड का सेवन एकदम नहीं करना चाहिए और न ही किसी भी प्रकार के आयुर्वेदिक आदि दवाओं का, क्योंकि अधिकतर मामलों में पता नहीं लग पाता है कि दवा किस चीज से बनी हुई है। डॉ भदानी ने कहा कि ब्लैक फंगस की दवा मुफ्त में उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने लोगों को सलाह दिया कि साफ सुथरा मास्क लगाए और जरूरत हो तो उसे धूप में सुखा लें। ऑक्सिजन में गर्म पानी को ठंडा कर इस्तेमाल करें। ब्लैक फंगस के केस में 90 फीसदी लोगों में ऑपेरशन की जरूरत होती है। ब्लैक फंगस में नाक में कालापन, खखार में खून, आंख में सूजन आदि लक्षण हैं, और यह फेफड़ा में भी जा सकता है। आंख की रौशनी भी जा सकती है। इसका इलाज एम्स और आईजीआईएमएस में उपलब्ध है।डॉक्टर भदानी ने कोरोना के तीसरे लहर आने से इनकार नहीं किया है। उन्होंने कहा कि समय के साथ कोरोना भी अपना रूप बदल कर नए वैरियंट के रूप में आ रहा है। लेकिन डॉ भदानी ने उम्मीद जताया कि जुलाई के मध्य तक कोरोना बहुत हद तक खत्म हो जाएगा। उन्होंने में मोबाईल वैन के जरिए कोरोना जांच और टीका लगवाये जाने की बात भी कही। डॉ भदानी ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि अभी के नमी वाले मौसम में घर को सुखा रखें। ब्रेड और रोटी को खुले में कहीं भी नहीं फेक दें, इससे भी फंगस से बचा जा सकता है। धन्यवाद ज्ञापन पटना के उप मेयर रहे पटना सिविल कोर्ट के सरकारी अधिवक्ता शम्भू प्रसाद ने किया। भाजपा चुनाव आयोग सेल समेत भाजपा के अन्य विभागों व प्रकोष्ठ के प्रदेश मीडिया प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि कार्यक्रम में भाजपा चुनाव आयोग सेल सह भाजपा चुनाव प्रबंधन विभाग के प्रदेश संयोजक राधिका रमण, भाजपा चुनाव आयोग संपर्क विभाग के प्रदेश संयोजक राकेश कुमार ठाकुर व भाजपा विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक टी एन ठाकुर समेत बड़ी तादाद में जिला संयोजकों सह संयोजकों व क्षेत्रीय प्रभारियों ने भाग लिया।

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