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ख़ुशख़बरी-बन गयी कोरोना की दवाई, 103 रुपये में मिलेगी एक गोली
संपादन-संध्या तिवारी
नई दिल्ली। ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स (Glenmark Pharmaceuticals) ने कोविड-19 यानी कोरोना संक्रमण से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए एंटीवायरल दवा फेविपिराविर को फैबिफ्लू ब्रांड नाम से लांच किया है। कंपनी ने आज शनिवार को इस बात की जानकारी दी है। मुंबई की इस कंपनी को भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआई) से इस दवा के निर्माण और मार्केटिंग की अनुमति मिल गई। इसलिए अब यह दवा कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए उपयोग में लायी जा सकती है।
कंपनी ने कहा कि फैबिफ्लू कोविड-19 के इलाज के लिए फेविपिराविर दवा है, जिसे मंजूरी मिली है। ग्लेमार्क फार्मास्युटिल्स के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक ग्लेन सल्दान्हा के अनुसार ‘यह मंजूरी ऐसे समय में मिली है जब भारत में कोरोना वायरस के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। इससे हमारी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली काफी दबाव में है।’ उन्होंने उम्मीद जताई कि फैबिफ्लू जैसे प्रभावी इलाज की उपलब्धता से इस दबाव को काफी हद तक कम करने में मदद मिलेगी।
कंपनी के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक श्री सल्दान्हा ने कहा कि क्लिनिकल परीक्षणों में फैबिफ्लू ने कोरोना वायरस के हल्के संक्रमण से पीड़ित मरीजों पर काफी अच्छे नतीजे दिखाए। उन्होंने कहा कि इसके अलावा यह खाने वाली दवा है जो इलाज का एक सुविधाजनक विकल्प है। उन्होंने कहा कि कंपनी सरकार और चिकित्सा समुदाय के साथ मिलकर काम करेगी ताकि देशभर में मरीजों को यह दवा आसानी से उपलब्ध हो सके। यह दवा चिकित्सक की सलाह पर 103 रुपये प्रति टैबलेट के दाम पर मिलेगी।
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खुराक की बात करे तो पहले दिन इस दवा की 1800 एमजी की दो खुराक लेनी होगी। उसके बाद 14 दिन तक 800 एमजी की दो खुराक लेनी होगी। ग्लेनमार्क फार्मा ने कहा कि मामूली संक्रमण वाले ऐसे मरीज जो मधुमेह या दिल की बीमारी से पीड़ित हैं, उन्हें भी यह दवा दी जा सकती है। ऐसे समय मे जब देश में कोरोना महामारी से संक्रमित लोगों की संख्या 3,95,048 हो चुकी है और अब तक 12,948 लोगों की जान जा चुकी है, यह दवा देशवासियों के लिये जीवन रक्षक हो सकती है। आज इस संक्रमण को लेकर जब कोई दवा या वैक्सीन उपलब्ध नही है, इस दवा की कामयाबी पर देश व विदेश सभी जगह के लोगों की निगाहें टिकी हुई है।