Connect with us

मध्य प्रदेश के बाद बिहार में जला कांग्रेस का ‘दिल’! अपने वादे से मुकर गई सहयोगी पार्टी राजद

मध्य प्रदेश के बाद बिहार में जला कांग्रेस का ‘दिल’! अपने वादे से मुकर गई सहयोगी पार्टी राजद

National

मध्य प्रदेश के बाद बिहार में जला कांग्रेस का ‘दिल’! अपने वादे से मुकर गई सहयोगी पार्टी राजद

राजद ने दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार प्रेम चंद्र गुप्ता और अमरेंद्र धारी सिंह के नाम का ऐलान कर दिया है। दोनों नेता आज ही राज्यसभा के लिए नामांकन भी कर देंगे।

मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे बड़े नेता के पार्टी छोड़ने और राज्य सरकार पर छाए सियासी संकट के बाद कांग्रेस को एक और झटका लगा है। दरअसल बिहार में कांग्रेस की सहयोगी पार्टी राजद अपने वादे से मुकर गई है। राजद ने बिहार की दोनों राज्यसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं, जबकि कांग्रेस का कहना है कि राजद ने एक सीट उन्हें देने का वादा किया था।

बता दें कि बिहार में पांच राज्यसभा सीटों पर उम्मीदवारों का चयन होना है। तीन सीटें एनडीए के खाते में हैं, वहीं दो सीटें विपक्षी पार्टियों को मिली हैं। अब राजद ने इन दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार प्रेम चंद्र गुप्ता और अमरेंद्र धारी सिंह के नाम का ऐलान कर दिया है। दोनों नेता आज ही राज्यसभा के लिए नामांकन भी कर देंगे।

कांग्रेस का दावा है कि लोकसभा चुनाव के वक्त दोनों पार्टियों में सीट बंटवारे के दौरान इस बात पर सहमति बनी थी कि राज्यसभा की दो सीटों में से एक सीट राजद, कांग्रेस को देगी। हालांकि राजद ऐसी किसी भी बात से इंकार कर रही है। यही वजह है कि अब जब राजद ने दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं तो कांग्रेस का नाराज होना स्वभाविक है।

बिहार से कांग्रेस की योजना पार्टी के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल को राज्यसभा भेजने की थी। हालांकि बाद में शक्ति सिंह गोहिल ने इससे इंकार करते हुए किसी ‘बिहारी’ नेता को राज्यसभा भेजने की बात कही थी।

इसके बाद शत्रुघ्न सिन्हा का नाम भी कांग्रेस की तरफ से राज्यसभा के लिए उभरा। बीते दिनों शत्रुघ्न सिन्हा ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से रांची में मुलाकात भी की थी। हालांकि इस सबके बावजूद राजद ने राज्यसभा सीट के लिए कांग्रेस की अनदेखी की।

बिहार की 243 सदस्यों वाली विधानसभा में राजद के 80 विधायक हैं। जिनके दम पर राजद दोनों सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है। कांग्रेस के पास 26 विधायक हैं, ऐसे में इस आधार पर कांग्रेस के लिए राज्यसभा सीट जीतना मुश्किल है।

यही वजह है कि एक राज्यसभा सीट पर कांग्रेस ने राजद से समर्थन मिलने की उम्मीद थी, लेकिन अब राजद ने दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारकर साफ कर दिया है कि बिहार से कांग्रेस का कोई नेता राज्यसभा नहीं जा सकेगा।

Continue Reading
You may also like...

More in National

To Top