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भारत में सबसे बड़ी चुनावी कवायद शुरू, पहले चरण में 62 प्रतिशत वोटिंग

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भारत में सबसे बड़ी चुनावी कवायद शुरू, पहले चरण में 62 प्रतिशत वोटिंग

लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीट पर शुक्रवार कोलगभग 63 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। निर्वाचन आयोग ने यह जानकारी दी। इस दौरान पश्चिम बंगाल समेत कुछ स्थानों पर हिंसा की कुछ छिटपुट घटनाएं सामने आईं, वहीं छत्तीसगढ़ में एक ग्रेनेड लांचर के गोले में दुर्घटनावश विस्फोट होने से सीआरपीएफ के एक जवान की मौत हो गई। आयोग ने कहा कि मतदान समाप्त होने के बाद ये आंकड़े जारी कर दिए गए, वहीं शाम छह बजे तक कतारों में लगे लोगों को वोट डालने की अनुमति दी गई। आयोग ने कहा, ‘‘सभी मतदान केंद्रों से रिपोर्ट मिलने पर मतदान प्रतिशत बढ़ने की संभावना है। अंतिम आंकड़े शनिवार को फॉर्म 17ए की जांच के बाद पता चलेंगे।’’ आयोग ने मतदान प्रतिशत को ‘उच्च’ बताया और कहा कि मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा। पिछले लोकसभा चुनाव (2019) के पहले चरण में मतदान का आंकड़ा 69.43 प्रतिशत दर्ज किया गया था। उस वक्त कुछ लोकसभा क्षेत्र इस बार से अलग थे और तब कुल 91 संसदीय सीट के लिए ही पहले चरण में मतदान हुआ था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए बड़ा जनादेश पाना चाहता है, वहीं विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ 2014 और 2019 के चुनावों में हार के बाद इस बार सत्ता में आने के लिए प्रयासरत है। लोकसभा चुनाव के साथ शुक्रवार को अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में विधानसभा चुनाव के लिए भी मतदान हुआ। तमिलनाडु, अरुणाचल प्रदेश, अंडमान निकोबार द्वीपसमूह और असम में कुछ बूथ पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में मामूली खामियों की शिकायत आई। सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव के सबसे बड़े चरण में मतदान सुबह सात बजे आरंभ हुआ और शाम छह बजे तक जारी रहा। निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि सर्वाधिक मतदान प्रतिशत त्रिपुरा में दर्ज किया गया, जो 80.17 प्रतिशत रहा। इसके बाद पश्चिम बंगाल में 77.57 प्रतिशत, मेघालय में 74.21 प्रतिशत, पुडुचेरी में 73.50 प्रतिशत और असम में 72.10 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं पूर्वी नगालैंड के छह जिलों में अलग राज्य की मांग को लेकर आदिवासी संगठनों के एक संघ द्वारा अनिश्चितकालीन बंद के आह्वान के कारण लोग घरों में ही रहे। पश्चिम बंगाल में कूचबिहार सीट पर हिंसा के कारण मतदान प्रभावित हुआ। तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के सूत्रों ने बताया कि दोनों दलों के कार्यकर्ताओं ने मतदान के पहले कुछ घंटों में चुनावी हिंसा, मतदाताओं को धमकाने और चुनाव एजेंटों पर हमलों से संबंधित क्रमश: 80 तथा 39 शिकायतें दर्ज करायी हैं। हिंसा प्रभावित मणिपुर में करीब 69.13 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। इनर मणिपुर लोकसभा सीट के तहत आने वाले थोंगजु विधानसभा क्षेत्र में स्थानीयों और अज्ञात व्यक्तियों के बीच वाद-विवाद हो गया। छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में नक्सल प्रभावित बस्तर लोकसभा सीट पर 63.41 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। राज्य के बीजापुर जिले में नक्सलियों द्वारा लगाए गए एक आईईडी में विस्फोट होने से एक अधिकारी घायल हो गया। तमिलनाडु में सभी 39 लोकसभा सीट पर 65.19 प्रतिशत के आसपास मतदान दर्ज किया गया है। श्रीपेरुम्बुदूर लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले तम्बाराम के समीप एक मतदान केंद्र तथा कुछ अन्य मतदान केंद्रों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में तकनीकी खामी के कारण मतदान में करीब एक घंटे की देरी हुई। अरुणाचल प्रदेश में कुल 8,92,694 मतदाताओं में से 67.15 प्रतिशत से अधिक ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। खराब मौसम के कारण सुबह के समय मतदान का प्रतिशत सामान्य था, लेकिन मौसम की स्थिति में सुधार के साथ इसमें तेजी आई। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) पवन कुमार साईं ने बताया कि राज्य के कुछ मतदान केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में तकनीकी खराबी आने के कारण मतदान में देरी हुई, जिन्हें बाद में बदल दिया गया। मणिपुर में कुछ स्थानों पर ईवीएम को नुकसान पहुंचाए जाने की भी खबरें आईं। अंडमान-निकोबार द्वीप समूह की एकमात्र लोकसभा सीट के लिए 56.87 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। अधिकारियों ने बताया कि ईवीएम संबंधी कुछ छोटी-मोटी गड़बड़ियां थीं, लेकिन उन्हें तुरंत ठीक कर लिया गया। अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में पहली बार शोंपेन जनजाति के सात सदस्यों ने केंद्र शासित प्रदेश की एकमात्र लोकसभा सीट के लिए अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। असम में भी लखीमपुर के बिहूपुरिया में तीन मतदान केंद्रों, होजेई, कालियाबोर और बोकाखाट में एक-एक मतदान केंद्र और डिब्रूगढ़ के नहारकटिया में एक मतदान केंद्र में ईवीएम में गड़बड़ी दर्ज की गयी। बाद में इन खामियों को दूर कर दिया गया। लखीमपुर क्षेत्र में एक वाहन को लेकर जा रही नौका अचानक नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण बह गई, जिसके चलते उस वाहन में रखी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पानी में आंशिक रूप से डूब गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया कि वाहन का चालक और उसमें सवार चुनाव अधिकारी वाहन में पानी घुसने से पहले ही उसमें से निकल गए। बिहार की चार लोकसभा सीट पर 75 लाख मतदाताओं में से करीब 48.50 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। जम्मू-कश्मीर के उधमपुर संसदीय क्षेत्र में मूसलाधार बारिश होने के बावजूद 65.08 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। राजस्थान की 12 लोकसभा सीट पर मतदान हुआ और 54.06 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने वोट डाले। उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीट पर 54.06 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। महाराष्ट्र की पांच लोकसभा सीट पर पांच बजे तक 55.29 प्रतिशत जबकि मध्य प्रदेश में छह लोकसभा सीट पर 64.77 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। उत्तर प्रदेश में 58.49 प्रतिशत, मिजोरम में 54.23 प्रतिशत, नगालैंड में 56.91 प्रतिशत और सिक्किम में 69.47 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। निर्वाचन आयोग ने पहले चरण के मतदान के लिए 1.87 लाख मतदान केंद्रों पर 18 लाख से अधिक मतदान कर्मियों को तैनात किया। इन मतदान केंद्रों पर 16.63 करोड़ से अधिक मतदाता वोट डालने के हकदार थे। मतदाताओं में 8.4 करोड़ पुरुष, 8.23 करोड़ महिलाएं हैं और 11,371 लोग ट्रांसजेंडर हैं। लगभग 35.67 लाख लोग पहली बार मतदाता बने हैं। इसके साथ ही 20 से 29 वर्ष के आयु वर्ग के 3.51 करोड़ युवा मतदाता हैं। मतगणना चार जून को होगी। पहले चरण में जिन राज्यों की सभी लोकसभा सीट पर मतदान हुआ उनमें तमिलनाडु (39), उत्तराखंड (5), अरुणाचल प्रदेश (2), मेघालय (2), अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (1), मिजोरम (1), नगालैंड (1), पुडुचेरी (1), सिक्किम (1) और लक्षद्वीप (1) शामिल हैं। इसके अलावा राजस्थान में 12, उत्तर प्रदेश में आठ, मध्य प्रदेश में छह, असम और महाराष्ट्र में पांच-पांच, बिहार में चार, पश्चिम बंगाल में तीन, मणिपुर में दो और त्रिपुरा, जम्मू कश्मीर तथा छत्तीसगढ़ में एक-एक सीट पर मतदान हुआ। पहले चरण में अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा की 60 और सिक्किम की 32 सीट के लिए भी एक साथ मतदान हुआ। छत्तीसगढ़ के बस्तर में 56 गांवों के लोगों ने पहली बार अपने ही गांवों में बनाए गए मतदान केंद्रों में वोट डाला।

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